21-One liners of child development in perspective of TET & CTET exam-I

  1. परंपरागत ढंग से हटकर नया कार्य करने या सोचने की क्षमता सृजनात्मकता कहलाती है.
  2. मनोविज्ञान प्रारंभ में दर्शनशास्त्र विषय के अंतर्गत आया करता था
  3. किशोरावस्था बड़े ही तनाव तूफान एवं संघर्ष का काल है यह कथन है मनोवैज्ञानिक-स्टैनले हाल का
  4. किसी बच्चे के सामाजिक विकास को प्रभावित करने वाले कारक दो तरीके के होते हैं व्यक्तिगत कारक एवं सामूहिक कारक
  5. किसी क्रमबद्ध कार्य को करके उसे पुनः उस कार्य को एक साथ करने की क्रिया एकीकरण का सिद्धांत कहलाती है
  6. पालटेकनिक प्रभाव के नियम के तहत सीखने हेतु दंड एवं पुरस्कार के महत्व को समझाया था
  7. समस्याग्रस्त बालकों की समस्या के कारणों का पता लगाकर उनका समस्या समाधान उपचारात्मक विधि के अंतर्गत किया जाता है

  8. जीन पियाजे के अनुसार संज्ञानात्मक विकास की निम्न अवस्थाएं होती हैं संवेदनात्मक गामक काल 0 से 2 वर्ष पूर्व संक्रियात्मक काल 2 से 7 वर्ष मूर्त संक्रियात्मक काल 7 से 11 वर्ष औपचारिक संक्रियात्मक काल 11 से अधिक आयु
  9. आंतरिक अभिप्रेरणा वह है जो मनुष्य के मन से अंतरात्मा से निकलती है इसके तहत व्यक्ति किसी क्षेत्र विशेष में नाम कमाना पुरस्कार पाना या प्रशंसा पाने का अभिलाषी रहता है
  10. ऑपरेशन ब्लैक बोर्ड सन 1986 में प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी के कार्यकाल में प्रारंभ हुआ था
  11. व्यक्तिक बुद्धि वह होती है जो बालक को स्वयं की भावनाओं तथा संवेगों को नियंत्रित करने में सहायता करती है
  12. अनुवांशिकता वंश दर वंश आगे बढ़ती है इसीलिए इसे स्थाई सामाजिक रचना माना जाता है
  13. पूर्व में किए गए कार्य अनुभव के आधार पर वर्तमान में किए गए कार्य एवं उसके परिणाम की जानकारी होना पूर्व परंपरागत श्रेणी के स्तर का अनुभव होता है जिसे कोहलवर्ग ने अपने सिद्धांत में दिया था
  14. वार्तालाप शिक्षण की वह विधि है जिसमें विद्यार्थी अपने अनुभव एवं विचार रखने में पूर्ण सक्षम होता है

  15. बुनियादी या वर्ध शिक्षा प्रणाली का उद्देश्य बालक को उसके भविष्य में आत्मनिर्भर बनाना था और इस के जन्मदाता महात्मा गांधी थे
  16. भारत की जनसंख्या का 28.1 प्रतिशत 0 से 14 वर्ष की आयु के अंतर्गत आता है (2015)
  17. 2016 में भारत में साक्षरता दर का अनुमान 75 प्रतिशत रहने का है, जबकि 2011 में यह 63 प्रतिशत था।
  18. देश में 15 लाख से अधिक स्कूल हैं, जिनमें 260 मिलियन से अधिक छात्रों ने नामांकित किया है।(2014-15)
  19. बजट में वित्त वर्ष 2017-18 में शिक्षा क्षेत्र के लिए 79,685.95 करोड़ रुपये (11.9 5 अरब अमेरिकी डॉलर) का अनुमान लगाया गया है, जो कि 2016-17 में 72,394 करोड़ रुपये (यूएस $ 10.859 अरब) से बढ़कर 9.9 फीसदी हो गया है।
  20. प्राथमिक स्तर के बालकों के शिक्षण हेतु अनुकरण विधि उपयुक्त होती है क्योंकि अपनी प्रारंभिक अवस्था के दौरान बालक मौलिक स्वभाव अनुसार दूसरों का अनुकरण करते हैं
  21. किसी बालक में कुछ गुण अच्छे होने पर उसके अभिभावक को उसके सभी अन्य गुण भी अच्छे लगते हैं यह प्रभाव हावथेनि प्रभाव कहलाता है
चर्चा व प्रश्नोत्तर हेतु हमें  whatsaap पर सम्पर्क करें: 9453513579, 8299717989
&
plz Like & Share our efforts with ur friends👈
because sharing is caring🤓
21-One liners of child development in perspective of TET & CTET exam-I 21-One liners of child development in perspective of TET & CTET exam-I Reviewed by Ravi kumaR on 18:09:00 Rating: 5

No comments:

Theme images by chuwy. Powered by Blogger.