D.El.Ed Syllabus 3rd semester - शैक्षिक मूल्यांकन, क्रियात्मक शोध एवं नवाचार

शैक्षिक मूल्यांकन, क्रियात्मक शोध एवं नवाचार

कक्षा षिक्षणः विषयवस्तु
1. मापन एवं मूल्यांकन
शैक्षिक मापन एवं मूल्यांकन की अवधारणा।
 शैक्षिक मापन का अर्थ
 मूल्यांकन की संकल्पना
 मूल्यांकन के उद्देश्य
 मूल्यांकन के क्षेत्र
 मूल्यांकन की आवश्यकता एवं महत्व।

 मूल्यांकन की प्रशासनिक आवश्यकता
 मूल्यांकन की शैक्षिक आवश्यकता
 मूल्यांकन की शैक्षिक अनुसंधान में आवश्यकता
 सामाजिक दृष्टिकोण से मूल्यांकन की आवश्यकता
 मापन एवं मूल्यांकन में अन्तर।
 परीक्षण एवं मापन में अन्तर
 सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन की अवधारणा एवं महत्व।

 दक्षता आधारित मूल्यांकन
 व्यापक मूल्यांकन
 सतत् मूल्यांकन एवं महत्व
 सतत् मूल्यांकन की कार्य-प्रणाली एवं सोपान
 सतत् मूल्यांकन का क्षेत्र।
 सतत् मूल्यांकन की कार्य-प्रणाली एवं सोपान

 मूल्यांकन के पक्ष।
संज्ञानात्मक (Cognitive) - ज्ञान, बोध, अनुप्रयोग या व्यवहारिकता, विश्लेषण, संश्लेषण एवं मूल्यांकन।
भावात्मक (Affective) - ग्रहण करना या ध्यान देना, अनुक्रिया करना, मूल्य आंकना, संगठन, मूल्य द्वारा विशिष्टीकरण
कौशलात्मक (Conative) एवं व्यवहारात्मक (Behavior overall activity)
सामाजिक कौशल
यान्त्रिक कौशल
गणितीय कौशल
भाषायी कौशल
 उत्तेजना

 क्रियान्वयन
 नियंत्रण।
 समायोजन
 स्वाभावीकरण
 मूल्यांकन के प्रकार-
 मौखिक परीक्षा
 लिखित परीक्षा
 साक्षात्कार/निरीक्षण/अवलोकन/प्रायोगिक

 रचनात्मक मूल्यांकन (Formulative Evaluation)
 आंकलित मूल्यांकन (Summative Evaluation)
 उत्तम परीक्षण/मूल्यांकन की विशेषताएं, शिक्षण अधिगम और मूल्यांकन का संबंध।
 प्रश्न-पत्र निर्माण प्रक्रिया
 योजना निर्माण, ब्लूप्रिन्ट, सम्पादन तथा अंक निर्धारण।
 प्रश्नों के प्रकार (वस्तुनिष्ठ, अतिलघुउत्तरीय, लघुत्तरीय, दीर्घउत्तरीय)
 शैक्षिक उद्देश्यों के अनुसार प्रश्नों के पक्ष (ज्ञान, बोध, अनुप्रयोग, कौशल)
 मूल्यांकन अभिलेखीकरण (संज्ञानात्मक तथा संज्ञान सहगामी पक्ष) सतत्, मासिक, अर्द्धवार्षिक एवं वार्षिक मूल्यांकन, पुनर्बलन।
 निदानात्मक परीक्षण एवं उपचारात्मक शिक्षण।
 क्रियात्मक शोध।
 शोध का अर्थ, प्रकार, उद्देश्य, आवश्यकता एवं महत्व।

 क्रियात्मक शोध के क्षेत्र।
 क्रियात्मक शोध के चरण एवं प्रारूप निर्माण।
 क्रियात्मक शोध उपकरण निर्माण।
 क्रियात्मक शोध का सम्पादन/अभिलेखीकरण।
 शैक्षिक नवाचार
 शिक्षा में नवाचार का अर्थ, आवश्यकता एवं महत्व।
 शैक्षिक नवाचार के क्षेत्र (शिक्षण अधिगम के सुधार हेतु स्थानीय समुदाय/परिवेश के संसाधनों की पहचान और उनका उपयोग कर मूल्यांकन, प्रार्थना स्थल की गतिविधि, पाठ्य सहगामी, क्रियाकलाप, सामुदायिक सहभागिता, विद्यालय प्रबंधन, विषयगत कक्षा-शिक्षण समसामयिक दृष्टान्त, लैबएरिया।
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