शैक्षिक मूल्यांकन, क्रियात्मक शोध एवं नवाचार
कक्षा षिक्षणः विषयवस्तु
1. मापन एवं मूल्यांकन
शैक्षिक मापन एवं मूल्यांकन की अवधारणा।
शैक्षिक मापन का अर्थ
मूल्यांकन की संकल्पना
मूल्यांकन के उद्देश्य
मूल्यांकन के क्षेत्र
मूल्यांकन की आवश्यकता एवं महत्व।
मूल्यांकन की प्रशासनिक आवश्यकता
मूल्यांकन की शैक्षिक आवश्यकता
मूल्यांकन की शैक्षिक अनुसंधान में आवश्यकता
सामाजिक दृष्टिकोण से मूल्यांकन की आवश्यकता
मापन एवं मूल्यांकन में अन्तर।
परीक्षण एवं मापन में अन्तर
सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन की अवधारणा एवं महत्व।
दक्षता आधारित मूल्यांकन
व्यापक मूल्यांकन
सतत् मूल्यांकन एवं महत्व
सतत् मूल्यांकन की कार्य-प्रणाली एवं सोपान
सतत् मूल्यांकन का क्षेत्र।
सतत् मूल्यांकन की कार्य-प्रणाली एवं सोपान
मूल्यांकन के पक्ष।
संज्ञानात्मक (Cognitive) - ज्ञान, बोध, अनुप्रयोग या व्यवहारिकता, विश्लेषण, संश्लेषण एवं मूल्यांकन।
भावात्मक (Affective) - ग्रहण करना या ध्यान देना, अनुक्रिया करना, मूल्य आंकना, संगठन, मूल्य द्वारा विशिष्टीकरण
कौशलात्मक (Conative) एवं व्यवहारात्मक (Behavior overall activity)
सामाजिक कौशल
यान्त्रिक कौशल
गणितीय कौशल
भाषायी कौशल
उत्तेजना
क्रियान्वयन
नियंत्रण।
समायोजन
स्वाभावीकरण
मूल्यांकन के प्रकार-
मौखिक परीक्षा
लिखित परीक्षा
साक्षात्कार/निरीक्षण/अवलोकन/प्रायोगिक
रचनात्मक मूल्यांकन (Formulative Evaluation)
आंकलित मूल्यांकन (Summative Evaluation)
उत्तम परीक्षण/मूल्यांकन की विशेषताएं, शिक्षण अधिगम और मूल्यांकन का संबंध।
प्रश्न-पत्र निर्माण प्रक्रिया
योजना निर्माण, ब्लूप्रिन्ट, सम्पादन तथा अंक निर्धारण।
प्रश्नों के प्रकार (वस्तुनिष्ठ, अतिलघुउत्तरीय, लघुत्तरीय, दीर्घउत्तरीय)
शैक्षिक उद्देश्यों के अनुसार प्रश्नों के पक्ष (ज्ञान, बोध, अनुप्रयोग, कौशल)
मूल्यांकन अभिलेखीकरण (संज्ञानात्मक तथा संज्ञान सहगामी पक्ष) सतत्, मासिक, अर्द्धवार्षिक एवं वार्षिक मूल्यांकन, पुनर्बलन।
निदानात्मक परीक्षण एवं उपचारात्मक शिक्षण।
क्रियात्मक शोध।
शोध का अर्थ, प्रकार, उद्देश्य, आवश्यकता एवं महत्व।
क्रियात्मक शोध के क्षेत्र।
क्रियात्मक शोध के चरण एवं प्रारूप निर्माण।
क्रियात्मक शोध उपकरण निर्माण।
क्रियात्मक शोध का सम्पादन/अभिलेखीकरण।
शैक्षिक नवाचार
शिक्षा में नवाचार का अर्थ, आवश्यकता एवं महत्व।
शैक्षिक नवाचार के क्षेत्र (शिक्षण अधिगम के सुधार हेतु स्थानीय समुदाय/परिवेश के संसाधनों की पहचान और उनका उपयोग कर मूल्यांकन, प्रार्थना स्थल की गतिविधि, पाठ्य सहगामी, क्रियाकलाप, सामुदायिक सहभागिता, विद्यालय प्रबंधन, विषयगत कक्षा-शिक्षण समसामयिक दृष्टान्त, लैबएरिया।
1. मापन एवं मूल्यांकन
शैक्षिक मापन एवं मूल्यांकन की अवधारणा।
शैक्षिक मापन का अर्थ
मूल्यांकन की संकल्पना
मूल्यांकन के उद्देश्य
मूल्यांकन के क्षेत्र
मूल्यांकन की आवश्यकता एवं महत्व।
मूल्यांकन की प्रशासनिक आवश्यकता
मूल्यांकन की शैक्षिक आवश्यकता
मूल्यांकन की शैक्षिक अनुसंधान में आवश्यकता
सामाजिक दृष्टिकोण से मूल्यांकन की आवश्यकता
मापन एवं मूल्यांकन में अन्तर।
परीक्षण एवं मापन में अन्तर
सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन की अवधारणा एवं महत्व।
दक्षता आधारित मूल्यांकन
व्यापक मूल्यांकन
सतत् मूल्यांकन एवं महत्व
सतत् मूल्यांकन की कार्य-प्रणाली एवं सोपान
सतत् मूल्यांकन का क्षेत्र।
सतत् मूल्यांकन की कार्य-प्रणाली एवं सोपान
संज्ञानात्मक (Cognitive) - ज्ञान, बोध, अनुप्रयोग या व्यवहारिकता, विश्लेषण, संश्लेषण एवं मूल्यांकन।
भावात्मक (Affective) - ग्रहण करना या ध्यान देना, अनुक्रिया करना, मूल्य आंकना, संगठन, मूल्य द्वारा विशिष्टीकरण
कौशलात्मक (Conative) एवं व्यवहारात्मक (Behavior overall activity)
सामाजिक कौशल
यान्त्रिक कौशल
गणितीय कौशल
भाषायी कौशल
उत्तेजना
क्रियान्वयन
नियंत्रण।
समायोजन
स्वाभावीकरण
मूल्यांकन के प्रकार-
मौखिक परीक्षा
लिखित परीक्षा
साक्षात्कार/निरीक्षण/अवलोकन/प्रायोगिक
रचनात्मक मूल्यांकन (Formulative Evaluation)
आंकलित मूल्यांकन (Summative Evaluation)
उत्तम परीक्षण/मूल्यांकन की विशेषताएं, शिक्षण अधिगम और मूल्यांकन का संबंध।
प्रश्न-पत्र निर्माण प्रक्रिया
योजना निर्माण, ब्लूप्रिन्ट, सम्पादन तथा अंक निर्धारण।
प्रश्नों के प्रकार (वस्तुनिष्ठ, अतिलघुउत्तरीय, लघुत्तरीय, दीर्घउत्तरीय)
शैक्षिक उद्देश्यों के अनुसार प्रश्नों के पक्ष (ज्ञान, बोध, अनुप्रयोग, कौशल)
मूल्यांकन अभिलेखीकरण (संज्ञानात्मक तथा संज्ञान सहगामी पक्ष) सतत्, मासिक, अर्द्धवार्षिक एवं वार्षिक मूल्यांकन, पुनर्बलन।
निदानात्मक परीक्षण एवं उपचारात्मक शिक्षण।
क्रियात्मक शोध।
शोध का अर्थ, प्रकार, उद्देश्य, आवश्यकता एवं महत्व।
क्रियात्मक शोध के चरण एवं प्रारूप निर्माण।
क्रियात्मक शोध उपकरण निर्माण।
क्रियात्मक शोध का सम्पादन/अभिलेखीकरण।
शैक्षिक नवाचार
शिक्षा में नवाचार का अर्थ, आवश्यकता एवं महत्व।
शैक्षिक नवाचार के क्षेत्र (शिक्षण अधिगम के सुधार हेतु स्थानीय समुदाय/परिवेश के संसाधनों की पहचान और उनका उपयोग कर मूल्यांकन, प्रार्थना स्थल की गतिविधि, पाठ्य सहगामी, क्रियाकलाप, सामुदायिक सहभागिता, विद्यालय प्रबंधन, विषयगत कक्षा-शिक्षण समसामयिक दृष्टान्त, लैबएरिया।
D.El.Ed Syllabus 3rd semester - शैक्षिक मूल्यांकन, क्रियात्मक शोध एवं नवाचार
Reviewed by BasicKaMaster
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11:13:00
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