पर्यावरण शिक्षा
पर्यावरण को हम सरल शब्दों में कह सकते हैं, यह हमारे आसपास मौजूद जैविक एवं अजैविक घटकों का योग है और पर्यावरण को समझने हेतु ध्यान देने योग्य यह दो घटक है ।
जैविक घटक : मनुष्य, पशु, पेड़-पौधे, पक्षी, कीट, सूक्ष्म जीव, इत्यादि जैविक घटक के अंतर्गत आते हैं।
अजैविक घटक : मृदा, वायु, सूर्य का प्रकाश एवं विभिन्न प्राकृतिक बल(गुरुत्वाकर्षण, घर्षण इत्यादि) जलवायु, मौसम आदि अजैविक घटकों के अंतर्गत आते हैं ।
-पर्यावरण शब्द दो शब्दों के मिलने से उत्पन्न हुआ है परि एवं आवरण जिसका अर्थ होता है बाहरी आवरण एवं पर्यावरण का समानार्थी शब्द है परिवृत्ति ।
-एक मनुष्य के सापेक्ष उसके आसपास का वह क्षेत्र जो उसके दैनिक जीवन को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष दोनों रूपों में प्रभावित करता है वह उस मनुष्य का पर्यावरण कहलाता है हम आम बोलचाल की भाषा में पर्यावरण को कभी-कभी आस-पड़ोस भी कहते हैं ।
वातावरण एवं पर्यावरण
अधिकांश छात्र उपरोक्त दोनों शब्दों में भ्रमित हो जाता है परंतु वातावरण एवं पर्यावरण दोनों ही पूर्णता भिन्न है पर्यावरण शब्द का पर्याय है मनुष्य के आसपास का संपूर्ण जैविक एवं अजैविक संयोजन है परंतु वही वातावरण मौसम से जुड़ी विभिन्न अवस्थाओं और अवयवों को प्रदर्शित करता है हम कह सकते हैं कि वातावरण एवं जलवायु एक सिक्के के दो पहलू हैं ।
जलवायु एवं मौसम
जलवायु एवं मौसम एक दूसरे से भिन्न न होकर एक दूसरे से संबंधित है। जलवायु किसी क्षेत्र विशेष के दीर्घकालीन मौसम का औसत होता है, मौसम क्षणिक परिवर्तन दिखाता है अर्थात थोड़े थोड़े अंतराल में थोड़ी थोड़ी दूर पर क्षेत्र विशेष में मौसम में विभिन्नता देखी जा सकती है परंतु क्षेत्र विशेष की संपूर्ण जलवायु समान ही मानी जाएगी क्योंकि वह मौसम का औसत होती है उदाहरण के लिए जैसा हम लोग कहते हैं बोल चाल की भाषा में वैसे तो यह महीना गर्म रहा मगर आज मौसम थोड़ा ठंडा है ।
पर्यावरण एक लाइन में
-पर्यावरण जैविक व अजैविक घटकों का संयोजित रूप है ।
-पर्यावरण के जैविक घटक भौतिकता अर्थात विभिन्न प्राकृतिक शक्तियों को प्रदर्शित करते हैं ।
-यह प्राकृतिक शक्तियां ही जैविक घटकों को सक्रिय रखती हैं ।
-पर्यावरण में किसी प्रकार का परिवर्तन अप्रत्याशित होता है ।
-पर्यावरण स्थान के अनुसार परिवर्तनशील होता है ।
-किसी भी जीवधारी के लिए उसका आस-पड़ोस अथवा आवासीय क्षेत्र ही उसका पर्यावरण होता है ।
-पर्यावरण एक स्वचालित व्यवस्था है एक ही पर्यावरण में विभिन्न जीव एक साथ रह सकते हैं ।
-प्रत्येक जीव पर पर्यावरणीय प्रभाव प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष हो सकते हैं।
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Environmental Education Class 1
Reviewed by BasicKaMaster
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11:48:00
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